आगरा का पाॅश इलाका कमला नगर अब वुमेन सेफ्टी जोन घोषित हो गया है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां 162 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों से 5 किलोमीटर के पूरे क्षेत्र पर निगरानी की जा रही है। इस प्रयास का असर ऐसा रहा कि बीते दो महीनों में छेड़छाड़ की केवल एक घटना सामने आई। उस मामले में आरोपी को तुरंत गिरफ्तार भी कर लिया गया।
कमला नगर में पहले महिलाओं के लिए कई इलाके असुरक्षित माने जाते थे। मुगल रोड, बल्केश्वर रोड, सेंट्रल बैंक रोड और सराफा बाजार जैसे इलाकों को “ब्लैक स्पाॅट” के रूप में चिह्नित किया गया था। इन जगहों पर महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ की घटनाएं ज्यादा रिपोर्ट होती थीं।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़ी पहल
कमला नगर को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस ने कई कदम उठाए। सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही पुलिस की “एंटी रोमियो टीम” को इलाके में तैनात किया गया है। ये टीमें लगातार गश्त करती हैं और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत एक्शन लेती हैं।
शहर के अन्य इलाकों में भी योजना लागू होगी
पुलिस के अनुसार, कमला नगर को वुमेन सेफ्टी जोन बनाने का निर्णय तीन साल के आंकड़ों को देखते हुए लिया गया। एसीपी डॉ. सुकन्या शर्मा ने बताया कि छेड़छाड़ की घटनाओं के हिसाब से आगरा में कमला नगर, सदर और न्यू आगरा सबसे ज्यादा संवेदनशील माने गए। पहले चरण में कमला नगर पर फोकस किया गया है। आने वाले समय में सदर और न्यू आगरा जैसे इलाकों को भी वुमेन सेफ जोन में शामिल किया जाएगा।
युवाओं के बीच बढ़ रहा है भरोसा
इस पहल के बाद कमला नगर की सड़कों पर महिलाओं और युवतियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। अब यहां के बाजारों और गलियों में महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं। युवाओं का कहना है कि सीसीटीवी और एंटी रोमियो टीम की मौजूदगी से माहौल पूरी तरह बदल गया है।
अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि इलाके में लगे कैमरों से संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान आसान हो गई है। किसी भी घटना की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। यही वजह है कि पिछले दो महीनों में इस क्षेत्र में छेड़छाड़ का केवल एक मामला दर्ज हुआ, जिसमें आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
ब्लैक स्पॉट्स पर खास ध्यान
जिन इलाकों को ब्लैक स्पाॅट के रूप में पहचाना गया है, वहां निगरानी ज्यादा कड़ी कर दी गई है। पुलिस की गश्ती टीम और सीसीटीवी कैमरों के जरिए इन जगहों को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है। इन ब्लैक स्पॉट्स को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस स्थानीय लोगों और दुकानदारों के साथ भी बातचीत कर रही है।
जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं
महिलाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस द्वारा कई अभियान चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों में महिलाओं को हेल्पलाइन नंबर और अपनी सुरक्षा के तरीकों के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही, स्कूलों और कॉलेजों में भी वर्कशॉप आयोजित की जा रही हैं।
कमला नगर बना उदाहरण
कमला नगर को वुमेन सेफ्टी जोन बनाने का यह मॉडल अब दूसरे शहरों में भी लागू करने की योजना है। पुलिस का मानना है कि सीसीटीवी कैमरे और एंटी रोमियो टीम का कॉम्बिनेशन महिलाओं की सुरक्षा को बेहतर बना सकता है। आगरा में इस पहल की काफी सराहना हो रही है।
यह कदम महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए एक बड़ा उदाहरण बन गया है। अब उम्मीद है कि अन्य शहरों और राज्यों में भी इस तरह के प्रयास किए जाएंगे।
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