दिल्ली की महिला का दावा: कोई घर में छिपाकर रख रहा है उनकी डॉगी, सोशल मीडिया पर मदद की गुहार – tajupdate.in
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दिल्ली की महिला का दावा: कोई घर में छिपाकर रख रहा है उनकी डॉगी, सोशल मीडिया पर मदद की गुहार

दिल्ली की कस्तूरी घोष अपनी डॉगी “ग्रेहाउंड” के गायब होने से परेशान हैं। उनका मानना है कि उनकी डॉगी को किसी ने अपने घर में रख लिया है, जिससे उसकी तलाश मुश्किल हो रही है। कस्तूरी ने बताया कि अगर पुलिस पूरा सहयोग करे, तो उनकी डॉगी का पता लगाया जा सकता है।

कस्तूरी की डॉगी 3 नवंबर को एक होटल से अचानक लापता हो गई थी। तब से वह लगातार उसकी खोज में जुटी हुई हैं। उन्होंने ताजगंज और सदर क्षेत्र के अलग-अलग गली-मोहल्लों में जाकर डॉगी को ढूंढने की कोशिश की। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली गई, जिसमें डॉगी मेट्रो स्टेशन के पास नजर आई थी। हालांकि, सही लोकेशन का पता नहीं चल सका। स्थानीय लोगों से भी उन्होंने बात की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला।

कस्तूरी ने कहा कि शुरुआती दिनों में पुलिस ने उनकी मदद की। उन्होंने खोजी कुत्ते और सीसीटीवी कैमरों की मदद से जांच शुरू की थी। लेकिन अब पुलिस का सहयोग कम हो गया है। उनका मानना है कि अगर पुलिस चाहे, तो उनकी डॉगी को ढूंढ सकती है।

कस्तूरी अपनी डॉगी को ढूंढने के लिए सोशल मीडिया और समाचार पत्रों का सहारा ले रही हैं। वह हर प्लेटफॉर्म पर लोगों से मदद की अपील कर रही हैं। उनका कहना है कि डॉगी का घर से बाहर न आना इस बात का संकेत हो सकता है कि उसे किसी ने अपने घर में छिपाकर रखा है।

एसीपी ताज सुरक्षा ने बताया कि उनकी टीम डॉगी की तलाश में लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कई बार सीसीटीवी फुटेज देखी गई है और खोजी कुत्ते की मदद भी ली गई है। हालांकि, अब तक डॉगी का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस का कहना है कि उनकी टीम खोज जारी रखेगी और कस्तूरी को हरसंभव मदद देने की कोशिश करेगी।

कस्तूरी का डॉगी से लगाव बेहद गहरा है। डॉगी के गायब होने के बाद से वह बेहद दुखी हैं। उन्होंने कई बार अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मदद मांगी है। सोशल मीडिया पर भी उन्होंने डॉगी की तस्वीरें और जानकारी शेयर की है। लेकिन, अब तक उनकी कोशिशें नाकाम रही हैं।

कस्तूरी को उम्मीद है कि उनकी डॉगी सुरक्षित है। वह हर रोज अपनी डॉगी को ढूंढने के लिए नई योजना बनाती हैं। कभी वह स्थानीय लोगों से बात करती हैं, तो कभी नए इलाकों में जाकर तलाश करती हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी डॉगी नहीं मिलती, वह चैन से नहीं बैठेंगी।

यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक है जो अपने पालतू जानवरों की सुरक्षा को लेकर सतर्क नहीं रहते। अगर आप अपने पालतू जानवर को कहीं बाहर ले जा रहे हैं, तो उसकी देखभाल पर पूरा ध्यान दें। कस्तूरी की इस कहानी से सीख मिलती है कि पालतू जानवरों को घर से बाहर ले जाते समय सतर्कता बेहद जरूरी है।

कस्तूरी के इस संघर्ष ने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान खींचा है। कई लोग उनकी पोस्ट शेयर कर रहे हैं और डॉगी को ढूंढने में मदद करने का आश्वासन दे रहे हैं। अब देखना होगा कि कस्तूरी को उनकी डॉगी कब तक वापस मिलती है।

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