आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक डबल डेकर बस में गुरुवार सुबह आग लग गई। ये हादसा फतेहाबाद थाना क्षेत्र में हुआ। बस अंबाला से बिहार के लिए निकली थी और उसमें लगभग 60 यात्री सवार थे। घटना के वक्त सुबह करीब 6:15 बजे बस तेज रफ्तार में थी। अचानक बस के टायरों में आग लग गई। यात्रियों को पहले झटके में कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जैसे ही आग फैलने लगी, बस में अफरातफरी मच गई।
आग की लपटें तेज होते ही ड्राइवर और परिचालक ने बस रोक दी और कूदकर भाग निकले। यात्रियों ने जान बचाने के लिए खिड़कियों के शीशे तोड़े और किसी ने गेट से, तो किसी ने खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई। हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, बस में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।
घटना के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। फतेहाबाद पुलिस के मुताबिक, टोल प्लाजा से पांच किलोमीटर पहले ही टायरों में आग लगने की जानकारी यात्रियों ने दी थी। यात्रियों ने ड्राइवर से बस रोकने की गुजारिश भी की थी, लेकिन ड्राइवर ने इसे अनदेखा कर दिया।
यात्रियों के अनुसार, तेज झटका लगने से उनकी नींद खुली और आग लगने का पता चला। उन्होंने शोर मचाना शुरू किया, लेकिन ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। इसके चलते यात्री और भी घबरा गए। जब आग पूरी बस में फैलने लगी, तब जाकर ड्राइवर ने बस को रोका।
पुलिस ने यात्रियों की शिकायत पर ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। चौकी इंचार्ज लुहारी पृथ्वी सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आग टायरों में ज्यादा घर्षण होने की वजह से लगी।
यूपीडा की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। बस के अंदर रखे सामान में से कुछ बचाया नहीं जा सका। यात्रियों का कहना है कि अगर ड्राइवर समय पर बस रोक देता, तो उनका सामान बच सकता था।
इस घटना ने यात्रियों को काफी डराया। कई यात्री हादसे के बाद रोने लगे और कुछ को मामूली चोटें भी आईं। पुलिस ने यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था की।
फतेहाबाद पुलिस और यूपीडा ने मिलकर यात्रियों को खाना-पानी उपलब्ध कराया। कई यात्री अपने गंतव्य तक जाने के लिए दूसरी बसों का इंतजार करते दिखे।
यात्रियों ने ड्राइवर और बस मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि घटना की गहराई से जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस हादसे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वालों में डर का माहौल है। कई लोग अब यात्रा के दौरान सुरक्षा मानकों की कमी पर सवाल उठा रहे हैं।
आग लगने की वजह और पुलिस का बयान
फतेहाबाद पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में पाया गया है कि बस के टायरों में आग लगने की वजह अत्यधिक घर्षण हो सकती है। यात्रियों के मुताबिक, बस तेज रफ्तार में चल रही थी और एक झटके के साथ आग लगने की शुरुआत हुई।
यात्रियों की प्रतिक्रिया और उनकी समस्याएं
यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए बड़ी मुश्किलों का सामना किया। कई लोगों को कांच तोड़कर बाहर कूदना पड़ा। कुछ ने अपनी चोटों की शिकायत भी की। हादसे के बाद यात्रियों ने ड्राइवर के गैर-जिम्मेदार व्यवहार को लेकर नाराजगी जताई।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। हालांकि, यात्रियों का कहना है कि अगर प्रशासनिक सहायता समय पर मिलती, तो नुकसान कम हो सकता था।
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