वाहन चालकों के लिए बड़ी चेतावनी: 60 रुपये की बचत से लग सकता है 10 हजार का जुर्माना – tajupdate.in
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वाहन चालकों के लिए बड़ी चेतावनी: 60 रुपये की बचत से लग सकता है 10 हजार का जुर्माना

वाहन चालकों के लिए यह समय सतर्क रहने का है। 60 रुपये की बचत करने का लालच भारी पड़ सकता है। संभागीय परिवहन विभाग ने ऐसे वाहन स्वामियों पर सख्ती बढ़ा दी है जिनके पास प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं है। अगर आपका वाहन चालान हो गया, तो सभी कागजों की जांच की जाएगी। इसमें प्रदूषण प्रमाणपत्र की गैरमौजूदगी पर 10 हजार रुपये का भारी जुर्माना लगाया जा रहा है।

आजकल कई वाहन चालक प्रदूषण जांच कराने से बचते हैं। खासकर पांच साल से पुराने वाहन मालिक यह लापरवाही कर रहे हैं। आरटीओ के मुताबिक, हर महीने हजारों मामले ऐसे आ रहे हैं, जहां वाहन चालकों के पास प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं होता। दोपहिया वाहनों के लिए यह प्रमाणपत्र सिर्फ 60 रुपये में बनता है, जबकि चारपहिया पेट्रोल वाहन का प्रमाणपत्र 80 रुपये और डीजल वाहन का 110 रुपये में बनता है। इतनी छोटी रकम बचाने के चक्कर में वाहन चालकों को 10 हजार रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ रहा है।

पुराने वाहनों की प्रदूषण जांच क्यों है जरूरी?

ज्यादातर लोग पुराने वाहनों की प्रदूषण जांच को अनदेखा कर देते हैं। वे मानते हैं कि यह सिर्फ औपचारिकता है। हालांकि, यह सोच अब उन्हें भारी नुकसान पहुंचा रही है। आरटीओ प्रवर्तन दल के अधिकारी जब किसी वाहन का चालान करते हैं, तो उसके सभी कागजों की जांच करते हैं। इसमें प्रदूषण प्रमाणपत्र न मिलने पर भारी जुर्माना तय है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 40 फीसदी से ज्यादा वाहन चालकों के पास प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं होता। खासकर शहरों में प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए यह लापरवाही गंभीर बन चुकी है। अगर आपका वाहन पुराना है और प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं है, तो आज ही इसे बनवा लें। यह न सिर्फ आपके लिए फायदेमंद है, बल्कि पर्यावरण को भी बचाने में मदद करेगा।

संभागीय परिवहन विभाग की सख्ती

एआरटीओ (प्रवर्तन) आलोक कुमार ने बताया कि विभाग की टीम हर चालान के दौरान प्रदूषण प्रमाणपत्र चेक कर रही है। उनका कहना है कि हर महीने एक हजार से ज्यादा वाहन चालकों को प्रदूषण प्रमाणपत्र न होने पर जुर्माना भरना पड़ता है। पुराने वाहनों के मामले में यह समस्या और ज्यादा देखी जा रही है।

आज के समय में यह बेहद जरूरी है कि वाहन स्वामी अपने सभी कागज पूरे रखें। चालान के दौरान कोई भी कमी आपके लिए परेशानी बन सकती है। 60 रुपये की बचत का लालच न करें और अपने वाहन का प्रदूषण प्रमाणपत्र तुरंत बनवा लें।

वाहन का प्रदूषण प्रमाणपत्र बनवाने में ज्यादा समय नहीं लगता। यह काम नजदीकी प्रदूषण जांच केंद्र पर कुछ ही मिनटों में पूरा हो सकता है। इसे बनवाने के बाद न सिर्फ आप भारी जुर्माने से बचेंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी आपकी भूमिका अहम होगी।

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