हरियाणा से बिहार तक शराब तस्करी के लिए एक लग्जरी कार का इस्तेमाल किया गया, जिसे किराए पर एप के जरिए लिया गया था। जब पुलिस ने इस कार को रोका और हकीकत सामने आई, तो सभी हैरान रह गए। हरीपर्वत पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
सोमवार रात आईएसबीटी के पास पुलिस ने संदिग्ध गाड़ी को रोकने की कोशिश की। गाड़ी रुकते ही उसमें बैठे तीनों लोग भागने लगे। हालांकि, पुलिस टीम ने चालक विजय, निवासी मुडलाना, सोनीपत (हरियाणा) को पकड़ लिया। विजय के साथ मौजूद प्रकाश और टिंकू फरार हो गए। कार की तलाशी में विभिन्न ब्रांड्स की 298 लीटर शराब बरामद हुई। इसमें पंजाब ब्रांड की इंपीरियल ब्लू और हरियाणा की रॉयल स्टैग और रॉयल चैलेंज शामिल थीं।
गिरफ्तार आरोपी ने खोले तस्करी के राज
पुलिस की पूछताछ में विजय ने कबूल किया कि उसके गांव के लोग बिहार में शराब की तस्करी करते हैं। उसने बताया कि प्रकाश और टिंकू के साथ मिलकर कई बार यह काम किया। इस बार बिहार के राजेंद्र नाम के व्यक्ति ने उन्हें 50 हजार रुपये एडवांस देकर ऑर्डर दिया था।
आरोपी शराब की तस्करी के लिए किराए पर लग्जरी गाड़ियां लेते थे। इसके लिए वे एप के जरिए आधार कार्ड जमा करते। गाड़ी में शराब छिपाने के लिए खास तकनीक अपनाई जाती थी। बोतलों को टेप से चिपकाकर गत्ते की लेयर बना दी जाती थी और फिर सीट व डिग्गी में छिपाया जाता था। चेकिंग से बचने के लिए आरोपी गाड़ी को तेज रफ्तार में चलाते थे और अगर कहीं पुलिस का चेकिंग प्वाइंट नजर आता, तो पहले ही किसी दुकान पर रुकने का बहाना बना लेते।
तीन गुना दामों में होती थी सप्लाई
गिरफ्तार आरोपी ने खुलासा किया कि हरियाणा से लाई गई शराब को बिहार में तीन गुना दामों में बेचा जाता था। शराबबंदी वाले राज्यों में शराब की अवैध तस्करी के लिए यह गैंग काफी समय से सक्रिय थी। विजय ने अपने बयान में यह भी बताया कि फरार आरोपी प्रकाश और टिंकू इसके पुराने साथी हैं।
पुलिस की कार्रवाई जारी
हरीपर्वत थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम सक्रिय है। फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। विजय से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अन्य संभावित ठिकानों पर नजर रख रही है।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि तस्कर किस हद तक जाने को तैयार रहते हैं। किराए की लग्जरी कार, नई तकनीक और चालाकी के बावजूद पुलिस की सतर्कता ने इस तस्करी को रोक दिया।
