आगरा नगर निगम द्वारा वेस्ट मटेरियल से तैयार किया गया राम मंदिर मॉडल, जो शहर की शोभा बढ़ाने के लिए बनाया गया था, एक साल से अधिक समय से नगर निगम के यार्ड में पड़ा-पड़ा कबाड़ में तब्दील हो रहा है। यह 30 फीट ऊंचा और 40 फीट लंबा मॉडल लोहे की चादरों, बैनर-फ्रेम और अन्य स्क्रैप सामग्री से तैयार किया गया था।
लाखों की लागत और कलाकारों की मेहनत जाया ।
इस मॉडल को बनाने में लाखों रुपए खर्च हुए और कलाकार फिरोज खान ने इसे बेहद मेहनत और लगन से तैयार किया। यह मॉडल आगरा के किसी प्रमुख स्थान पर लगाने की योजना थी, लेकिन प्रशासन की लचर व्यवस्था के कारण आज तक स्थान का चयन नहीं हो सका।
कबाड़ और बंदरों से हो रहा नुकसान ।
नगर निगम के यार्ड में यह मॉडल कबाड़ के ढेर के बीच पड़ा हुआ है। इसके आसपास कचरा इकट्ठा हो गया है, और बंदर इस पर उछल-कूद कर इसे नुकसान पहुंचा रहे हैं। देखरेख के अभाव में यह मॉडल खराब होता जा रहा है।
जनता की मेहनत की कमाई हो रही बर्बाद।।
नगर निगम द्वारा कबाड़ से अनोखी चीजें बनाने की कई कोशिशें हुई हैं, लेकिन राम मंदिर मॉडल के प्रति प्रशासन की उदासीनता जनता के पैसों की बर्बादी को उजागर करती है। इस मॉडल को शहर के लिए गर्व का प्रतीक बनना था, लेकिन आज यह प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण बन गया है।
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल ।
आगरा के नागरिक इस मामले में प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं। जनता की गाढ़ी कमाई और कलाकारों की मेहनत व्यर्थ करना नगर निगम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक इस मॉडल के लिए उचित स्थान सुनिश्चित कर पाता है।
