चालकों की हड़ताल से फाउंड्री नगर डिपो पर ताला, 9 घंटे यात्री परेशान – tajupdate.in
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चालकों की हड़ताल से फाउंड्री नगर डिपो पर ताला, 9 घंटे यात्री परेशान

आगरा में बुधवार को ई-बस सेवा पूरी तरह ठप हो गई। वजह थी कंडक्टरों की हड़ताल। सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक फाउंड्री नगर डिपो पर ताला लटका रहा। इस दौरान एक भी बस नहीं चली। यात्री बस का इंतजार करते हुए परेशान होते रहे। हड़ताल के खत्म होने के बाद ही बस सेवा फिर से शुरू हो पाई।

आगरा मथुरा सिटी ट्रांसपोर्ट की 100 बसें नियमित रूप से चलती हैं। फाउंड्री नगर डिपो से चलने वाली बसों के संविदा पर कार्यरत कंडक्टरों की सेवाएं हाल ही में समाप्त कर दी गईं। इससे गुस्साए कंडक्टरों ने बुधवार को हड़ताल का ऐलान कर दिया। सुबह-सुबह भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता भी कंडक्टरों का समर्थन करने डिपो पहुंच गए। गेट पर ताला लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया गया।

इस हड़ताल की वजह से पूरे 9 घंटे तक ई-बस सेवा ठप रही। नोडल अधिकारी अभय सिंह ने बताया कि दोपहर 3 बजे बातचीत के बाद हड़ताल खत्म हुई और इसके बाद बसें फिर से पटरी पर लौटीं।

ई-बस सेवा के ठप होने से फाउंड्री नगर से लेकर शहर के अन्य इलाकों तक लोग मुश्किल में रहे। ऑफिस जाने वाले, कॉलेज के छात्र और दूसरे दैनिक यात्री बसों का इंतजार करते रहे। कई लोगों को मजबूरी में ऑटो और अन्य महंगे साधनों का सहारा लेना पड़ा।

कुंभ मेले के लिए जाएगी 40 बसें, तीन महीने तक सेवा होगी प्रभावित

ई-बस सेवा को लेकर एक और बड़ी चुनौती सामने आ रही है। कुंभ मेले के लिए आगरा से 40 इलेक्ट्रिक बसें भेजी जाएंगी। ये बसें मार्च तक प्रयागराज में सेवा देंगी। इस दौरान आगरा शहर में सिर्फ 60 बसें बचेंगी। इसके चलते तीन महीने तक शहर की बस सेवा पर असर पड़ सकता है।

बसों की कमी को देखते हुए नए सिरे से रूट चार्ट तैयार किया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि शहर के मुख्य रूटों पर कम से कम परेशानी हो। सोमवार से कुंभ मेले के लिए बसों की रवानगी शुरू हो जाएगी।

यात्रियों की बढ़ी परेशानी

कंडक्टरों की हड़ताल और कुंभ मेले के लिए बसों की रवानगी से आम यात्री सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। ई-बस सेवा पर शहर के हजारों लोग रोजाना निर्भर रहते हैं। ऐसे में हड़ताल और बसों की कमी का सीधा असर उनके सफर पर पड़ रहा है।

कई यात्रियों ने बस सेवा के बार-बार बाधित होने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने प्रशासन से समाधान की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति न बने।

प्रशासन की तैयारी अधूरी

हड़ताल और कुंभ मेले के बीच प्रशासन की तैयारी अधूरी दिख रही है। बसों की कमी को लेकर अभी तक कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया है। संविदा कंडक्टरों की सेवा समाप्त करना भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है।

प्रयागराज से लौटने तक शहर को आधी बसों में काम चलाना पड़ेगा। ऐसे में यात्रियों को आने वाले दिनों में और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

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