इस बार दिसंबर के महीने में AQI का स्तर 48 तक पहुंचा, जो आमतौर पर मानसून के समय देखा जाता है। अगर पिछले साल की बात करें, तो दिसंबर 2023 में हवा की गुणवत्ता में ऐसा सुधार नहीं देखा गया था। उस समय केवल 24 दिन हवा संतोषजनक श्रेणी में थी, और एक भी दिन AQI अच्छी श्रेणी में नहीं पहुंचा था। वहीं, पांच साल पहले 2019 के दिसंबर में, 18 दिन हवा बहुत खराब और 12 दिन खराब श्रेणी में दर्ज की गई थी।
क्यों सुधरी आगरा की हवा?
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि इस बार दिसंबर में मौसम काफी साफ रहा। बारिश होने से धूल के कण हवा में कम रहे और ठंडी हवाओं ने स्मॉग बनने से रोका। इसके चलते AQI बेहतर रहा और स्मॉग जैसी स्थिति नहीं बन पाई। यह पहली बार है जब दिसंबर के महीने में आगरा की हवा इतनी साफ रही है।
सोमवार को रहा AQI 52
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को आगरा का AQI 52 दर्ज किया गया, जो अच्छी श्रेणी में आता है। पूरे शहर में AQI 100 के नीचे रहा। हालांकि, संजय प्लेस की हवा सबसे साफ पाई गई, जबकि दयालबाग और ताजमहल के पास स्थित शाहजहां पार्क जैसी जगहों पर हवा थोड़ी खराब रही।
जगहों के हिसाब से AQI
- मनोहरपुर: 51
- रोहता: 61
- संजय प्लेस: 48
- आवास विकास: 53
- शाहजहां पार्क: 87
- शास्त्रीपुरम: 72
संजय प्लेस में AQI सबसे कम 48 दर्ज किया गया, जो दर्शाता है कि यह इलाका शहर का सबसे साफ क्षेत्र रहा। वहीं, शाहजहां पार्क का AQI 87 रहा, जो अन्य इलाकों के मुकाबले खराब है।
भविष्य की उम्मीदें
अगर आगरा में इसी तरह मौसम साफ रहता है और प्रदूषण नियंत्रण के उपाय जारी रहते हैं, तो शहर में हवा की गुणवत्ता और बेहतर हो सकती है। यह बदलाव न सिर्फ पर्यावरण के लिए बल्कि शहरवासियों की सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
