आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले कॉरिडोर पर काम तेजी से बढ़ रहा है। इसके तहत आईएसबीटी, गुरु का ताल और सिकंदरा स्टेशन पर एलिवेटेड ट्रैक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए जनवरी में दिल्ली हाईवे पर बैरिकेडिंग शुरू होगी। इस बैरिकेडिंग के चलते हाईवे की छह लेन में से दो लेन बंद कर दी जाएंगी। यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए पुलिस और सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) की टीम आठ मीटर चौड़ी बैरिकेडिंग लगाएगी। यह बैरिकेडिंग हाईवे के डिवाइडर के दोनों ओर चार-चार मीटर सड़क को घेरेगी। बाकी की चार लेन पर यातायात चालू रहेगा। इससे दिल्ली-आगरा के बीच चलने वाले वाहनों को थोड़ी दिक्कत हो सकती है, लेकिन यातायात को सुव्यवस्थित रखने के लिए अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है।
आईएसबीटी और हाईवे पर चल रहा निर्माण कार्य
आईएसबीटी स्टेशन पर फिलहाल पिलर बनाने का काम जारी है। अगले चरण में हाईवे के बीच ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। जनवरी से गुरु का ताल और सिकंदरा स्टेशनों पर भी कार्य शुरू होगा। इन स्टेशनों का ट्रैक एलिवेटेड होगा, जो आईएसबीटी से निकलकर सिकंदरा तक पहुंचेगा। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्वे भी पूरा कर लिया है।
आईएसबीटी स्टेशन को खासतौर पर सर्विस रोड पर बनाया जा रहा है। यहां से ट्रैक हाईवे के बीच पहुंचेगा और वहां से सिकंदरा तक जाएगा। इस प्रक्रिया में हाईवे पर ट्रैफिक को संभालने के लिए हर कदम पर योजना तैयार की गई है।
पहले कॉरिडोर में तेजी से हो रहा काम
आगरा मेट्रो के पहले कॉरिडोर का संचालन ताज पूर्वी गेट से मन:कामेश्वर मंदिर तक किया जा रहा है। इस रूट पर आरबीएस और राजामंडी स्टेशन का निर्माण पूरा हो चुका है। राजामंडी से आगरा कॉलेज, आगरा कॉलेज से एसएन मेडिकल कॉलेज और एसएन मेडिकल कॉलेज से मन:कामेश्वर स्टेशन तक खुदाई का काम प्रगति पर है। यह पूरा रूट मेट्रो के उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद सुविधाजनक रहेगा।
इस कॉरिडोर के तीन महत्वपूर्ण स्टेशन—आईएसबीटी, गुरु का ताल और सिकंदरा—पर एलिवेटेड ट्रैक बनाए जा रहे हैं। इन स्टेशनों की संरचना आधुनिक तकनीक पर आधारित होगी, जिससे यात्रियों को जल्दी और सुविधाजनक परिवहन मिलेगा।
यातायात को संभालने की तैयारी
बैरिकेडिंग के कारण हाईवे पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ सकता है। लेकिन इसे संभालने के लिए विशेष योजना बनाई गई है। हाईवे पर पुलिस और सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। इसके अलावा, निर्माण स्थल पर ट्रैफिक को सही दिशा में मोड़ने के लिए संकेतक और दिशानिर्देश भी लगाए जाएंगे।
यूपीएमआरसी की योजना है कि मेट्रो का काम तय समय पर पूरा किया जाए। इसके लिए सर्वेक्षण और अन्य तैयारियां समय से पहले पूरी कर ली गई हैं। जनवरी से शुरू होने वाले बैरिकेडिंग कार्य के लिए हर आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
आगरा मेट्रो के इस प्रोजेक्ट से न केवल स्थानीय लोग बल्कि दिल्ली-आगरा के बीच सफर करने वाले यात्रियों को भी लाभ होगा। मेट्रो के संचालन से यात्रा तेज, आरामदायक और सुविधाजनक होगी।
