आगरा में बारिश का कहर: छत गिरने से मां-बेटियां मलबे में दबीं, रेस्क्यू टीम ने बचाई जान – tajupdate.in
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आगरा में बारिश का कहर: छत गिरने से मां-बेटियां मलबे में दबीं, रेस्क्यू टीम ने बचाई जान

आगरा में बृहस्पतिवार तड़के हुई तेज बारिश के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। जगदीशपुर स्थित आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर चार में एक घर की छत गिर गई। मलबे में एक महिला और उसकी दो बेटियां दब गईं। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।

बारिश के कारण मकान की छत भरभरा कर गिर गई। घटना के समय अनीता (32), उनकी बड़ी बेटी मुस्कान (18), और छोटी बेटी अराध्या (4) कमरे में सो रही थीं। अचानक हुई इस घटना ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी।

रेस्क्यू टीम बनी देवदूत

मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने तत्परता दिखाते हुए अपनी रेस्क्यू टीम के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने ड्रिल मशीन, हथौड़ा और क्रोवार जैसे उपकरणों की मदद से मलबे में दबी मां-बेटियों को निकाला। मलबे के भारी लेंटर को काटने में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन उन्होंने बिना देर किए सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

घटना के बाद अनीता और उनकी दोनों बेटियों को तत्काल एंबुलेंस से एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि तीनों की हालत अब स्थिर है।

स्थानीय लोगों ने पुलिस की प्रशंसा की

रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू टीम और पुलिस की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर टीम समय पर नहीं पहुंचती, तो बड़ा नुकसान हो सकता था। इस घटना ने नगर निगम और प्रशासन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि पुराने और जर्जर मकानों की जांच और मरम्मत को प्राथमिकता दी जाए।

बचाव के प्रयास और सतर्कता की जरूरत

बारिश के दौरान जर्जर मकानों में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। प्रशासन को भी समय-समय पर ऐसे मकानों की जांच कर उन्हें खाली कराने के निर्देश देने चाहिए।

इस हादसे ने यह साबित किया कि आपदा के समय त्वरित कार्रवाई और सही निर्णय कितने जरूरी हैं। रेस्क्यू टीम की तत्परता और साहसिक प्रयासों से तीनों जिंदगियां बचाई जा सकीं।

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