आगरा में करोड़ों के जमीन घोटाले का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार – tajupdate.in
14735" crossorigin="anonymous">

आगरा में करोड़ों के जमीन घोटाले का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार

आगरा में एसआईटी (विशेष जांच टीम) ने एक बड़े जमीन घोटाले का खुलासा किया है। इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इन लोगों ने बेशकीमती जमीनों के असली दस्तावेज (बैनामे) गायब कर उनकी जगह फर्जी बैनामे लगाकर करोड़ों रुपये का गोरखधंधा किया।

गिरफ्तार आरोपियों में सेवानिवृत्त रिकॉर्ड कीपर देवदत्त शर्मा, ब्रजेश दुबे, सुमित अग्रवाल, प्रोफेसर भानू रावत और राजकुमार शामिल हैं। मामले के मुख्य साजिशकर्ता प्रशांत शर्मा और अजय सिसोदिया पहले से ही जेल में बंद हैं। इस घोटाले में और भी कई नाम सामने आ रहे हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।

एसआईटी ने शुरू की जांच

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के आदेश पर बुधवार को एसआईटी का गठन किया गया। टीम की अध्यक्षता एसीपी सदर विनायक भोसले कर रहे हैं। गुरुवार से जांच शुरू हुई, जिसमें टीम ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने और धोखाधड़ी के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे प्रशांत शर्मा और अजय सिसोदिया के इशारे पर काम करते थे। इन दोनों ने आरोपियों को लाखों रुपये देकर इस गोरखधंधे में शामिल किया था। प्रशांत शर्मा ने तो अपने 77 वर्षीय ससुर, सेवानिवृत्त प्रोफेसर भानू रावत को भी इस फर्जीवाड़े में फंसा दिया। भानू रावत ने बताया कि उन्हें इस घोटाले की कोई जानकारी नहीं थी और उनके नाम का फर्जी बैनामा बनाया गया।

पुलिस कर रही है फरार आरोपियों की तलाश

एसआईटी अब श्यामलाल शर्मा, शिवचरण, प्रबल प्रताप सिंह और प्रशांत शर्मा जैसे अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। टीम का कहना है कि इनकी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।

इस घोटाले में शामिल आरोपियों ने जिल्द बही से असली बैनामों को गायब कर दिया था और उनकी जगह फर्जी बैनामे लगा दिए। इस प्रक्रिया से करोड़ों रुपये की जमीनों का हेरफेर किया गया।

गिरफ्तार आरोपियों की हालत गंभीर

गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में से तीन की हालत गंभीर है। सेवानिवृत्त प्रोफेसर भानू रावत दिल के मरीज हैं और उनका अगले महीने ऑपरेशन होना है। रिकॉर्ड कीपर देवदत्त शर्मा को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, जबकि सुमित अग्रवाल मधुमेह के मरीज हैं और उन्हें इंसुलिन की जरूरत पड़ती है। पुलिस ने इनकी देखभाल के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

गुरुवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। पुलिस का कहना है कि फर्जी बैनामों के इस खेल के मुख्य सूत्रधार पहले से ही जेल में बंद हैं, लेकिन इनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद और बड़े खुलासे होने की संभावना है।

Leave a Comment