कंगना रनौत के खिलाफ केस: नोटिस के बावजूद कोर्ट में नहीं हुईं पेश, अगली सुनवाई 12 दिसंबर को – tajupdate.in
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कंगना रनौत के खिलाफ केस: नोटिस के बावजूद कोर्ट में नहीं हुईं पेश, अगली सुनवाई 12 दिसंबर को

बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के मामले में सुनवाई के दौरान बृहस्पतिवार को एक अहम घटनाक्रम देखने को मिला। कंगना न तो खुद अदालत में पेश हुईं और न ही उनकी ओर से कोई प्रतिनिधि अदालत में पहुंचा। इस स्थिति में एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज अनुज कुमार सिंह ने माना कि नोटिस कंगना को सही तरीके से रिसीव हो चुका है। अदालत ने अब इस मामले की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को तय कर दी है।

यह मामला राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा द्वारा दायर किया गया है। उन्होंने कंगना के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कराया था। अधिवक्ता रमाशंकर का आरोप है कि कंगना ने टीवी चैनलों पर दिए गए इंटरव्यू में किसानों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके अलावा, उन्होंने 16 नवंबर 2021 को महात्मा गांधी और उनके अहिंसात्मक सिद्धांतों का मजाक उड़ाया था।

कोर्ट का नोटिस और कंगना की गैरमौजूदगी

अदालत ने मामले में पहली सुनवाई के बाद कंगना रनौत को हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किया था। ट्रैक रिपोर्ट के अनुसार, यह नोटिस उनके दोनों पतों पर डिलीवर हो चुका था। इसके बावजूद कंगना की गैरमौजूदगी ने मामले को और अधिक गंभीर बना दिया। अदालत ने यह साफ किया कि कंगना को नोटिस की जानकारी दी जा चुकी है।

विवाद की शुरुआत

यह पूरा विवाद कंगना रनौत के 26 अगस्त 2021 को एक टीवी इंटरव्यू से शुरू हुआ। इंटरव्यू में उन्होंने किसानों के आंदोलन को लेकर अपमानजनक बयान दिया था। इसके बाद, उन्होंने सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांतों का मजाक बनाते हुए विवादित टिप्पणियां की थीं। इन बयानों को लेकर न सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक मंचों पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।

राष्ट्रद्रोह का आरोप

कंगना पर राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाने वाले रमाशंकर शर्मा का कहना है कि उनके बयानों से न सिर्फ किसानों का अपमान हुआ है, बल्कि यह देश के लिए भी शर्मिंदगी की बात है। रमाशंकर का दावा है कि एक सांसद के तौर पर कंगना को जिम्मेदारी से बयान देना चाहिए, लेकिन उन्होंने जानबूझकर विवाद खड़ा किया।

मामले का कानूनी पक्ष

स्पेशल कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शुरुआती सुनवाई के बाद विपक्षी को नोटिस भेजा था। अब 12 दिसंबर को अदालत इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी। कंगना की गैरमौजूदगी को लेकर अदालत सख्त रुख अपना सकती है।

सोशल मीडिया पर विरोध

कंगना रनौत के विवादित बयानों पर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई लोगों ने उनके बयानों को गैरजिम्मेदाराना बताया। वहीं, उनके समर्थकों का कहना है कि कंगना को जानबूझकर विवादों में घसीटा जा रहा है।

अगले कदम पर नजर

अब सभी की नजरें 12 दिसंबर को होने वाली अगली सुनवाई पर हैं। अगर कंगना इस बार भी अदालत में पेश नहीं होती हैं, तो उनके खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई हो सकती है। अदालत इस मामले में उनके जवाब और सफाई का इंतजार कर रही है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि कंगना रनौत इस मामले में अपनी क्या सफाई देती हैं और यह विवाद किस दिशा में जाता है।

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