आगरा के युवा क्रिकेटर ध्रुव जुरेल ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के खिलाड़ियों के बीच बॉक्सर डे टेस्ट से पहले हुए फिटनेस टेस्ट में धमाकेदार प्रदर्शन किया। ध्रुव ने विराट कोहली, रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि के लिए टीम मैनेजमेंट ने उन्हें 300 डॉलर का इनाम भी दिया।
यमुना की रेत में हुई ट्रेनिंग ने बदला खेल
ध्रुव जुरेल की फिटनेस का यह स्तर अचानक नहीं आया। उनके कोच प्रवेंद्र यादव ने बताया कि फिटनेस के लिए ध्रुव को कड़ी ट्रेनिंग दी गई थी। हर शनिवार, ध्रुव को ताजमहल के पीछे यमुना की रेत में ले जाया जाता था, जहां शाम साढ़े तीन बजे से छह बजे तक ट्रेनिंग होती थी। बालू पर नंगे पैर दौड़ने और कमर में टायर बांधकर दौड़ने जैसी कठिन प्रैक्टिस ने उनकी सहनशक्ति को गजब का निखार दिया।
रेत पर ट्रेनिंग के अलावा ध्रुव ने आर्मी के स्विमिंग पूल में तैराकी की, जिससे उनके दमखम में और इजाफा हुआ। फिटनेस बढ़ाने के लिए बैडमिंटन खेलना और स्प्रिंट का अभ्यास भी उनकी ट्रेनिंग का हिस्सा था।
सेना की विरासत और अनुशासन ने दी मजबूती
ध्रुव के पिता नेम सिंह जुरेल भारतीय सेना में रह चुके हैं। उनकी बरेली और पंजाब में तैनाती के दौरान ध्रुव भी उनके साथ रहे। सेना के अनुशासन और फिटनेस का महत्व उन्होंने बचपन से ही सीखा। पिता नेम सिंह ने हमेशा ध्रुव को मेहनत और फिटनेस के महत्व को समझाया।
प्रेरणा बने ध्रुव जुरेल
ध्रुव जुरेल ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया कि मजबूत इच्छाशक्ति और सही ट्रेनिंग से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनका यह प्रदर्शन न केवल युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है, बल्कि उनके कोच और परिवार की कड़ी मेहनत का भी प्रमाण है।
