चीन के कोरोना वायरस की तरह घातक एचएमपीवी वायरस (ह्यूमन मेटापनीमोवायरस) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। भारत में मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 8 केस इस वायरस के अब तक आ चुके हैं ।यह वायरस मुख्यतः ठंड के मौसम में फैलता है और बच्चों, बुजुर्गों एवं कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर अधिक असर डालता है। आगरा के सीएमओ ने इस वायरस से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी है। किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वायरस या चीन से ट्रैवल हिस्ट्री से संबंधित जानकारी आप सीएमओ के कंट्रोल रूम नंबरों (87913 93336, 0562-2600412) पर दे सकते हैं। पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। वायरस के फैलने की गति बेहद धीमी है ।
क्या है एचएमपीवी वायरस?
एचएमपीवी वायरस इंसानों की श्वसन प्रणाली पर प्रभाव डालता है। पहली बार इसकी पहचान 2001 में नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने की थी। यह पैरामाइक्सोविरीडे परिवार का वायरस है और खांसने-छींकने के दौरान संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।
किस पर कितना असर करता है?
मुख्यतः बच्चों को प्रभावित करता है।
कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग और बुजुर्ग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
सामान्य लक्षण: सर्दी, खांसी, बुखार, और कफ।
गंभीर लक्षण: श्वास नली का अवरोध, ब्रोंकियोलाइटिस, और निमोनिया।
गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है।
बचाव के उपाय
क्या करें?
खांसते-छींकते समय रूमाल या टिशू से मुंह और नाक ढकें।
हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार साफ करें।
भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
बुखार, खांसी होने पर सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें।
कमरों में वेंटिलेशन सुनिश्चित करें।
पर्याप्त पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें।
क्या न करें?
रूमाल और टिशू का दोबारा इस्तेमाल।
बीमार लोगों के संपर्क में आना।
बार-बार आंख, नाक, और मुंह को छूना।
सार्वजनिक स्थानों पर थूकना।
डॉक्टर की सलाह के बिना दवा लेना।
सीएमओ की सलाह
आगरा सीएमओ ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। खासकर बच्चों में किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वायरस की रोकथाम के लिए सुझाए गए प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है।
