IMA के 2000 से अधिक डॉक्टर हड़ताल पर, इमरजेंसी सेवाएं भी ठप
आगरा में पुलिस और डॉक्टरों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। डॉक्टरों ने शहरभर में OPD, IPD, इमरजेंसी और डायग्नोसिस सेवाएं बंद रखने का ऐलान किया है। यह हड़ताल गुरुवार को एक डॉक्टर के साथ हुई कथित बदसलूकी के विरोध में की जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती, वे अपनी सेवाएं बहाल नहीं करेंगे।
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार सुबह कारगिल तिराहे (सिकंदरा) पर डॉक्टर अविनाश अस्पताल जा रहे थे, तभी उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया। इस घटना के बाद दूसरी कार में सवार महिला और डॉक्टर के बीच कहासुनी और गाली-गलौज हुई। बताया जा रहा है कि यह महिला पूर्व में थाना सिकंदरा के प्रभारी रहे निरीक्षक विजय कौशल की पत्नी है, जो पेशे से शिक्षिका हैं।
डॉक्टर अविनाश का आरोप है कि सिकंदरा पुलिस ने उन्हें थाने ले जाकर लॉकअप में बंद कर दिया और उनके साथ मारपीट व अभद्रता की। इस घटना से आक्रोशित डॉक्टरों ने IMA भवन, तोता का ताल पर बैठक बुलाई।
डॉक्टरों में भारी आक्रोश, 24 घंटे का अल्टीमेटम
IMA की इस बैठक में डॉक्टरों ने पुलिस के रवैये की निंदा करते हुए 24 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया। डॉक्टरों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाए। बैठक के दौरान पुलिस की ओर से माफी भी मांगी गई, लेकिन डॉक्टरों ने इसे अस्वीकार कर दिया।
मामले को बढ़ता देख एसीपी हरी पर्वत आदित्य कुमार मौके पर पहुंचे और डॉक्टरों को जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन डॉक्टरों ने साफ कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाता, हड़ताल जारी रहेगी।
IMA की प्रमुख मांगें
IMA के अध्यक्ष डॉ. अनूप कुमार दीक्षित ने कहा कि –
- डॉक्टर अविनाश के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए।
- घटना की निष्पक्ष जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
- डॉक्टरों के सम्मान और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए।
IMA सचिव डॉ. रजनीश कुमार ने कहा कि इस घटना में पुलिस का रवैया असहनीय है। एक वरिष्ठ डॉक्टर के साथ इस तरह का व्यवहार डॉक्टर समुदाय के लिए अपमानजनक है।
मरीजों की बढ़ेंगी मुश्किलें
इस हड़ताल से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निजी अस्पतालों में OPD, IPD और इमरजेंसी सेवाएं बंद होने से लोग सरकारी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ने से व्यवस्थाएं प्रभावित हो सकती हैं।
IMA ने साफ कर दिया है कि जब तक पुलिस दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं करती, डॉक्टर अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन इस विवाद को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाता है।
