सड़क सुरक्षा के दावों की पोल: हर दिन सड़क पर मौत का खेल – tajupdate.in
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सड़क सुरक्षा के दावों की पोल: हर दिन सड़क पर मौत का खेल

सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत आंकड़ों में साफ दिखती है। एक्सप्रेस-वे, हाईवे, और ग्रामीण सड़कों पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सड़कें सुरक्षित होने के बजाय मौत का कारण बन रही हैं। हर दिन औसतन चार सड़क हादसे हो रहे हैं, जिनमें दो लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ये कोई अनुमान नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा समिति की रिपोर्ट है।

पिछले साल 2023 की तुलना में 2024 में हादसों की संख्या 198 बढ़ी है। साथ ही, इन हादसों में 57 अधिक लोगों की जान चली गई। सबसे ज्यादा हादसे जिला मार्गों पर हुए हैं। नेशनल हाईवे, ग्रामीण मार्ग और एक्सप्रेस-वे पर भी दुर्घटनाओं की संख्या चिंताजनक है।

सड़क सुरक्षा पर बैठक में हुए कड़े निर्देश

शनिवार को सर्किट हाउस में एडीएम सिटी अनूप कुमार की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि 31 जनवरी तक सड़क सुरक्षा माह मनाया जाएगा। बैठक में सड़क हादसों और मौतों की बढ़ती संख्या पर एडीएम ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने रोड सेफ्टी एक्शन प्लान और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।

साल 2023 में 1,025 सड़क दुर्घटनाओं में 529 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 1,223 हादसे और 586 मौतें हो गईं। इनमें 210 हादसे जिला मार्गों पर, 137 नेशनल हाईवे पर, 115 ग्रामीण मार्गों पर और 21 एक्सप्रेस-वे पर हुए।

यातायात नियमों का उल्लंघन और चालान

वर्ष 2024 में 4,90,267 वाहन चालकों ने यातायात नियम तोड़े। इनमें 18,797 चालान परिवहन विभाग ने और 4,71,470 चालान पुलिस ने किए। नियमों का उल्लंघन करने वाले 126 चालकों के लाइसेंस भी निरस्त किए गए। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग, ओवर स्पीड, सीट बेल्ट न लगाना, और स्टंट जैसी गतिविधियां हादसों का प्रमुख कारण बनीं।

एडीएम ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवारियां बैठाने पर सख्त प्रतिबंध है। पीडब्ल्यूडी ने 65 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं, जहां सुधार कार्य किए जाएंगे। इसके अलावा, रोड सर्वे और सेफ्टी प्लान तैयार कर पुलिस और परिवहन विभाग को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।

ग्रीन कॉरिडोर से बच सकती हैं जानें

सड़क हादसे के बाद घायल को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर व्यवस्था लागू है। आकस्मिक स्थिति में 9454457886 नंबर पर संपर्क कर मदद ली जा सकती है। पिछले साल, गोल्डन ऑवर में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले दो नागरिकों को पांच-पांच हजार रुपये का इनाम दिया गया था।

सड़क सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, बढ़ते हादसे और मौतें चिंता का विषय बनी हुई हैं। यह स्पष्ट है कि सुरक्षा के लिए बने नियमों का पालन और सड़कों पर सतर्कता ही इन हादसों को रोक सकती है।

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