सोरों मेले में हादसा: झूले का प्लेटफॉर्म टूटने से 6 घायल, मेला घूमने गया परिवार बाल-बाल बचा – tajupdate.in
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सोरों मेले में हादसा: झूले का प्लेटफॉर्म टूटने से 6 घायल, मेला घूमने गया परिवार बाल-बाल बचा

सोरों की तीर्थ नगरी में चल रहे मार्गशीर्ष मेले में सोमवार रात एक बड़ा हादसा हुआ। रात करीब 9 बजे नाव वाले झूले का प्लेटफॉर्म अचानक टूट गया। झूले पर बैठे लोग करीब आठ फीट की ऊंचाई से जमीन पर गिर गए। इस हादसे में छह लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई।

मोहल्ला दहलान के निवासी भरत अपने परिवार के साथ मेले में घूमने आए थे। परिवार के बच्चे झूला झूलने की जिद कर रहे थे, तो सभी लोग नाव वाले झूले पर बैठ गए। सबकुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन जैसे ही झूला बंद हुआ और लोग नीचे उतरने लगे, अचानक झूले का प्लेटफॉर्म टूट गया। प्लेटफॉर्म टूटते ही परिवार के सभी सदस्य नीचे गिर पड़े।

भरत का परिवार हादसे में बुरी तरह प्रभावित हुआ। उनके बेटे अशोक, पत्नी, छह साल की बेटी बिंदा, और अंजलि उर्फ पारुल (जो अभिषेक की पत्नी हैं), दस वर्षीय अनंत (अभिषेक का बेटा) और एक अन्य व्यक्ति को चोटें आईं। आसपास के लोग तुरंत घायलों की मदद के लिए आगे आए। स्थानीय लोग और मेले के आयोजकों ने मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

हादसे के बाद मचा हड़कंप

प्लेटफॉर्म टूटते ही घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। मेले में मौजूद अन्य लोग भी डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। झूले के आसपास भारी भीड़ जुट गई। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

सीओ आंचल चौहान ने जानकारी दी कि हादसे के सभी घायलों को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। मेले के आयोजकों से पूछताछ की जा रही है कि झूले की सुरक्षा का ध्यान क्यों नहीं रखा गया।

झूले की सुरक्षा पर सवाल

इस हादसे के बाद मेले में लगे झूलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। झूले के प्लेटफॉर्म का अचानक टूट जाना दिखाता है कि सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही बरती गई थी। मेला प्रशासन की ओर से झूलों की नियमित जांच होनी चाहिए थी, लेकिन यह घटना साबित करती है कि इसमें बड़ी चूक हुई है।

मेला घूमने आए अन्य लोगों ने भी हादसे पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि झूलों की सुरक्षा पर ध्यान न देना कई परिवारों की जान के लिए खतरा बन सकता है। स्थानीय प्रशासन को अब कड़े कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।

परिवार का मेला घूमने का सपना टूटा

भरत और उनका परिवार खुशी-खुशी मेला घूमने गया था। बच्चों ने कई चीजें खरीदीं और झूला झूलने की जिद की। लेकिन यह खुशी पल भर में हादसे में बदल गई। भरत ने बताया कि उनके परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था कि इस तरह की घटना हो सकती है। उनके बच्चे और परिवार के सदस्य अब भी घटना से डरे हुए हैं।

इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित किया है कि किसी भी आयोजन में सुरक्षा का ध्यान सबसे पहले रखा जाना चाहिए। मेला आयोजकों और स्थानीय प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी झूले या उपकरण में कोई कमी न हो।

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