2024 में अपराधियों ने लूट और ठगी के लिए नए और खतरनाक तरीकों का सहारा लिया। फर्जी ईडी और सीबीआई अधिकारी बनकर साइबर अपराधियों ने लाखों की ठगी की। डिजिटल अरेस्ट के नाम पर लोगों को डराया-धमकाया गया, जिससे एक शिक्षिका की मौत भी हो गई। अपराध का यह खौफनाक रूप पुलिस और जनता दोनों के लिए चुनौती बनकर सामने आया।
डिजिटल अरेस्ट के खौफ से शिक्षिका की मौत
30 सितंबर को आगरा में शिक्षिका मालती वर्मा को डिजिटल अरेस्ट का शिकार बनाया गया। बेटी को जेल भेजने की धमकी से दहशत में आईं मालती को हार्ट अटैक हुआ और उनकी मृत्यु हो गई। यह मामला आज तक अनसुलझा है, और आरोपी फरार हैं।
नई तकनीकों से अपराधियों पर शिकंजा
पुलिस ने अपराधियों से निपटने के लिए हाईटेक तकनीकों का सहारा लिया। कमिश्नरेट पुलिस ने 18 नए एप तैयार किए, जिनमें बैरियर चेकिंग एप, महिला बीट एप, और ई-मालखाना जैसे एप शामिल हैं। इनसे न केवल पुलिसिंग आसान हुई, बल्कि संदिग्धों का डेटा ऑनलाइन दर्ज करने और अपराधियों की पहचान में भी मदद मिली।
डिजिटल मुखबिरों और सीसीटीवी की मदद
शहर में 30 हजार से अधिक कैमरे लगाए गए, जिनकी मदद से 200 से ज्यादा मामलों का खुलासा किया गया। पुलिस ने पहली बार 3डी और ड्रोन बेस्ड क्राइम सीन मैनेजमेंट सिस्टम का इस्तेमाल किया। इससे अपराध स्थलों के 3डी मॉडल तैयार किए गए, जो कोर्ट में साक्ष्य के तौर पर काम आए।
महिला सुरक्षा पर जोर
कमिश्नरेट में महिला सुरक्षा के लिए वुमेन सेफ्टी सेल का गठन किया गया। इस सेल में महिला पीड़ितों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई और काउंसलिंग की व्यवस्था की गई। लीगल वालंटियर, डॉक्टर और काउंसलर की टीम बनाई गई।
पुलिस की किरकिरी के मामले
साल 2024 में पुलिस की कई गलतियों ने उसे कठघरे में खड़ा किया। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के कारण 40 से अधिक पुलिसकर्मी निलंबित हुए। वहीं, कई हाई-प्रोफाइल हत्याकांड आज तक अनसुलझे हैं।
साइबर सेल और एआई से उम्मीदें
साल 2025 में साइबर अपराधियों से निपटने के लिए नए सॉफ्टवेयर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल की योजना है। साइबर सेल का नया भवन तैयार हो चुका है, और पुलिस थानों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
नए साल से उम्मीदें
2024 ने दिखाया कि अपराधियों का सामना करने के लिए नई तकनीकें और मजबूत इरादे जरूरी हैं। 2025 में पुलिस इनसे निपटने के लिए और भी उन्नत तकनीक अपनाने की तैयारी में है। जनता को भी सतर्क रहने और साइबर अपराधों से बचाव की जानकारी रखने की जरूरत है।
