आंबेडकर यूनिवर्सिटी में परीक्षा केंद्र बदलने पर हंगामा, छात्रों की बढ़ी परेशानी – tajupdate.in
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आंबेडकर यूनिवर्सिटी में परीक्षा केंद्र बदलने पर हंगामा, छात्रों की बढ़ी परेशानी

डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर परीक्षाओं के पहले दिन ही हंगामा खड़ा हो गया। छात्रों और कॉलेज प्रबंधन ने परीक्षा केंद्र अचानक बदलने पर कड़ी नाराजगी जताई। खासतौर पर भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे के कॉलेज का केंद्र रात में बदले जाने पर विवाद बढ़ गया। विधायक समर्थकों के साथ शुक्रवार सुबह यूनिवर्सिटी पहुंचे और कुलपति से शिकायत की।

विधायक के बेटे का कॉलेज भी विवाद में

भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने आरोप लगाया कि उनके बेटे रामेश्वर चौधरी के कॉलेज चौधरी रघुनाथ सिंह महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र गुरुवार रात 11:30 बजे बदल दिया गया। पहले परीक्षा सीके महाविद्यालय में हुई थी, लेकिन बाद में इसे महाराणा प्रताप महाविद्यालय कर दिया गया। विधायक ने कुलपति प्रो. आशु रानी से परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओम प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

परीक्षा केंद्र बदलने की प्रक्रिया पर सवाल

यूनिवर्सिटी की बीए, बीएससी, बीकॉम और एमए, एमएससी, एमकॉम की सेमेस्टर परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हुईं। आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी जिलों में कुल 29 नोडल केंद्र और 283 परीक्षा केंद्र बनाए गए। लेकिन केंद्रों की सूची पहले से सार्वजनिक नहीं की गई थी। गुरुवार को परीक्षा समाप्त होने के कुछ घंटों बाद ही कई कॉलेजों की लॉगिन आईडी पर केंद्र बदलने के संदेश भेजे गए।

सांसद भी पहुंचे बातचीत करने

फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर भी इस मामले में सक्रिय नजर आए। वे देर रात यूनिवर्सिटी पहुंचे और परीक्षा केंद्र बदलने के निर्णय पर चर्चा की। आरोप है कि इसी बातचीत के बाद कुछ कॉलेजों के परीक्षा केंद्र बदले गए।

छात्रों की परेशानियां

परीक्षा केंद्र अचानक बदलने से छात्रों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को ठा. तेज सिंह महाविद्यालय, गणपति डिग्री कॉलेज और कलावती देवी महाविद्यालय के छात्रों को 25 किलोमीटर दूर परीक्षा देने जाना पड़ा। छात्रों ने बताया कि इतनी दूरी तय करना उनके लिए मुश्किल है। उन्होंने पुराने परीक्षा केंद्र पर ही परीक्षा आयोजित करने की मांग की।

परीक्षा केंद्रों में बदलाव का असर

यूनिवर्सिटी के परीक्षा केंद्र बदलने के कारण छात्रों का समय और ऊर्जा दोनों प्रभावित हुआ। कुछ कॉलेज प्राचार्यों ने शिकायत की कि परीक्षा केंद्र बदलने की सूचना बेहद देर से दी गई। इससे छात्रों को तैयारियों के बीच बाधा आई।

प्रवेश पत्र की समस्या भी आई सामने

परीक्षा शुरू होने के बावजूद कई छात्रों को उनके प्रवेश पत्र समय पर नहीं मिले। यूनिवर्सिटी ने सभी छात्रों के एडमिट कार्ड कॉलेज की लॉगिन आईडी में अपलोड नहीं किए। शुक्रवार को बड़ी संख्या में छात्र अपने एडमिट कार्ड के लिए कॉलेजों में लाइन में खड़े नजर आए। इससे उनकी पढ़ाई का समय बर्बाद हुआ।

2.79 लाख छात्र देंगे परीक्षा

यूनिवर्सिटी की विषम सेमेस्टर परीक्षाएं 23 दिसंबर तक चलेंगी। इनमें छह पाठ्यक्रमों के पांच सेमेस्टर की परीक्षाओं में 2.79 लाख छात्र शामिल होंगे। छात्रों ने मांग की है कि भविष्य में परीक्षा केंद्र बदलने की प्रक्रिया को पारदर्शी और पहले से सूचित किया जाए।

निष्कर्ष

डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में परीक्षा केंद्र बदलने का विवाद छात्रों और प्रबंधन दोनों के लिए समस्याएं खड़ी कर रहा है। छात्रों का कहना है कि यह प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित और समय पर होनी चाहिए, ताकि उनकी पढ़ाई और परीक्षा प्रभावित न हो।

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